अहमदाबाद। जैन मुनि पंन्यासप्रवर चंद्रशेखरविजयजी महाराज साहब का मंगलवार को यहां धार्मिक अनुष्ठान के साथ अंतिम संस्कार हुआ।
अग्निदाह के लिए पांच करोड़, 55 लाख, 55 हजार 555 रूपए की बोली लगी। सुबह 09:15 बजे रिमझिम बारिश के बीच नेहरूनगर स्थित जैन उपाश्रय से दिवंगत की पालखी यात्रा निकली। पालखी यात्रा निर्धारित मार्ग से गुजरते हुए तपोवन संस्कार पीठ-अमियापुर पहुंची जहां हजारो श्रृद्घालुओं की मौजूदगी में अंतिम संस्कार अनुष्ठान संपन्न हुआ।
महाराज साहब ने सोमवार सुबह 12:39 बजे संसार से विदाई ली थी। अंतिम संस्कार स्थल 'देखो देखो कौन आया, जिन शासन का शेर आया' व 'गुरू मा अमर रहो' के जयघोष से गूंजता रहा। दिवंगत महाराज के अंतिम दर्शन के लिए देशभर से श्रृद्घालु पहुंचे थे। पालखी यात्रा के दौरान करीब डेढ़ लाख से अधिक श्रृद्घालुओं ने अंतिम दर्शन किए।
मुनि हंसबोधिविजयजी महाराज साहब ने बताया कि अंतिम संस्कार के लिए 10 करोड़ से अधिक की बोली लगी। इसमें अंतिम संस्कार के लिए अग्निदाह के लिए पांच करोड़, 55 लाख, 55 हजार 555 रूपए की बोली लगी। अंतिम संस्कार का सौभाग्य बारडोली के संदीपभाई वसंतलाल शाह परिवार तथा महावीर संतोकचंदजीजैन परिवार को मिला।